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जल मण्डल (Hydrosphere)

 

जल मण्डल (Hydrosphere)

1. जल मण्डल (Hydrosphere) :-

जल मण्डल पृथ्वी का वह भाग है जो जलमग्न है। सम्पूर्ण पृथ्वी का 70% भाग जल मण्डल है। ये लगभग 1460 मिलियन घन किमी. मात्रा में है जिसके अंतर्गत सागर, महासागर, झील, नदियाँ, तालाब के अतिरिक्त कार्य के रूप में चिपका हुआ भाग भी सम्मिलित है। इस पूरी जल मात्रा का अधिकांश भाग (लगभग 97 प्रतिशत) महासागर और समुद्रों में है जो पीने योग्य नहीं है। शेष 3 प्रतिशत पानी नदियों, झीलों, भू-गर्भ में, ध्रुवों पर कार्य के रूप में हैं, जिसमें से भी वाष्पीकरण (Evaporation) तथा निर्जलन (Precipitation) से केवल 25 प्रतिशत पानी पीने के काम आ सकता है। महासागर, समुद्र (सागर), नदियों, प्रपातों तथा झीलों पर थोड़ा-सा प्रकाश डालना आवश्यक है



1. महासागर (Oceans) यद्यपि विशाल जल के मुख्य भण्डारमहासागर एक-दूसरे से लगे हैं, लेकिन तब भी भू-वेत्ताओं ने इन्हें महाद्वीपों की स्थिति के अनुसार अलग-अलग नाम दिये हैं। ये मुख्यतः पाँच है


 (i) प्रशान्त महासागर (Pacific Ocean) यह सबसे बड़ा और पृथ्वी के 35.25 प्रतिशत (16.52.42,000 वर्ग किमी.) भाग में फैला हुआ है। अधिकतम चौड़ाई 14,880 किमी. और अधिकतम गहराई 11.516 मीटर (MIndanao Deep) लिए हुए यह महासागर सबसे पुराना माना जाता है।

(ii) अटलांटिक महासागर (Atlantic Ocean) दूसरा महासागर पृथ्वी के 20.9 प्रतिशत (8,23,62,000 वर्ग किमी.) क्षेत्र और इसकी अधिकतम गहराई 8,381 मीटर (Milwankee Deep) है ।


(iii) हिन्द महासागर (Indian Ocean) पृथ्वी के दक्षिण में स्थित यह महासागर पृथ्वी के 14.65 प्रतिशत (7.35.56.000 वर्ग किमी.) क्षेत्र को घेरे हुए है। इसकी अधिकतम गहराई 7,725 मीटर (Planet Deep) है।


(iv) आर्कटिक महासागर (Arctic Ocean) पृथ्वी के उत्तर में 1,39,86,000 वर्ग किमी. में फैला यह महासागर बर्फ के रूप में जमा है, जो व्यावहारिक रूप में किसी कार्य में नहीं आता है।


(v) अण्टार्टिका महासागर अथवा दक्षिणी महासागर (Antarica Ocean) यह भी आर्कटिक महासागर की तरह पृथ्वी के दक्षिणी ध्रुव पर है और बर्फ से अधिकांश समय जमा रहता है।


2. समुद्र (Sea) पृथ्वी पर पानी के बड़े अन्य भण्डारों को समुद्र का नाम दिया है जो वस्तुतः चारों ओर द्वीपों-महाद्वीपों से घिरे हैं। 15 बड़े समुद्रों में कैरीबियन समुद्र (Carribbean Sea), भूमध्य सागर (Mediterranean Sea), मैक्सिको की खाड़ी (Gulf of Maxico), हडसन की खाड़ी (Hudson Sea), काला सागर (Black Sea), लाल सागर (Red Sea). बाल्टिक सागर (Baltic Sea), फारस की खाड़ी (Persia Gulf) आदि प्रमुख हैं।


3. नदियाँ, झीलें तथा प्रपात (Rivers, Lakes & Falls) - पृथ्वी के अन्य जल स्रोतों में नदियाँ, झीलें और जल प्रपात मुख्य हैं, जिनकी संख्या अनगिनत हैं। इनमें भी नदियों की उपयोगिता सर्वाधिक है, क्योंकि ये व्यापार में भी सहायक सिद्ध होती हैं। विश्व की सबसे बड़ी पाँच नदियाँ---- (i) अमेजन (Amazon)-दक्षिणी अमेरिका (6,750 किमी.), (ii) नील (Nile) अफ्रीका (6,670 किमी.), (iii) मिसीसीपी-मिमौरी (Mississippi Missouri) - अमेरिका (5.970 किमी.), (iv) यांगटीसी क्यांग (Yangtze र Kiang) चीन (5.470 किमी.) और (Obi)-रूप (5.150 किमी.) है।
भारत की गंगा नदी (River Ganges) की लम्बाई 2,655 किमी. विश्व क्रम में 31वाँ स्थान रखती है।



पर्यावरण अध्ययन

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