3. शीत ऋतु
राजस्थान में वास्तविक शीत ऋतु का समय मध्य नवम्बर से फरवरी के अंत तक रहता है। इस ऋतु में न्यूनतम तापक्रम एवं शीतलहर का प्रकोप भी रहता है।
* 22 दिसम्बर को जब सूर्य दक्षिणी गोलार्द्ध में स्थित मकर रेखा पर लंबवत् चमकता है तो उत्तरी गोलार्द्ध में सूर्य की किरणें तिरछी पड़ती है जिस कारण उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित सभी देशों में शीत ऋतु का समय शुरू होता है।
● भूमध्य सागरीय मानसून/पश्चिमी विक्षोभ- पश्चिमी विक्षोभ भूमध्य सागरीय चक्रवाती पवनें है जो ईरान, अफगानिस्तान व पाकिस्तान से होते हुए उत्तरी भारत में प्रवेश करती है एवं उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में वर्षा करती है।
* इस ऋतु में भूमध्य सागर या पश्चिमी विक्षोभों के कारण उत्तरी एवं में पश्चिमी राजस्थान में वर्षा होती है। जिसे मावठ कहते है।
यह मावठ रबी की फसलों के लिए उपयोगी होती है। * गंगानगर में होने वाली रबी की फसलों जैसे- गेहूँ, जौ, चना, चावल आदि फसलों के उत्पादन में वृद्धि होती है। मावठ जनवरी माह में सर्वाधिक होती है।
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